18-07-2018, 12:39 PM
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INJOY STORIE ON NO-1 SEX STORIES SITE WWW://en.roksbi.ru
इस साइट की एक ख़ास बात यह है कि यहां पर न केवल वासना से संबंधित लेख पढ़ने को मिलते हैं, इसके साथ ही इस साइट पर जन सामान्यकी मानसिकता, रूढ़िवादी विचारधारा और व्यक्तिगत अनुभव भी काफी सरल भाषा में प्रकाशित होते रहते हैं इसलिए सेक्स साइट होते हुए भीयह पाठकों की पसंदीदा साइट है।इस साइट की कहानियों और लेखों में बहुत ही गहरा अर्थ भी छिपा हुआ होता है। समाज का वो चेहरा भी दिखाईदे जाता है जिसे समाज अपने दिखावे के नक़ाब के पीछे छुपा कर रखता है। इसीलिए मनोरंजन के साथ साथ पाठकों का ज्ञानवर्धन भी होता रहताहै।इस साइट की लगभग हर श्रेणी की कहानियां उत्तम कोटि की होती हैं।अगर आपकोen.roksbi.ru वेबसाइट पसंद है। तो आपइस वेबसाइट को Whatsapp और Facebook पर अपने दोस्तों को शेयरकरें। आपका जितना सहयोग और प्यार हमें मिलेगा। हम भी उतनाही प्रयास करेंगे इस वेबसाइट को और भी ज्यादा मजेदार बनाने केलिए
मैं INCEST LOVER en.roksbi.ru सेक्स स्टोरीज़ में आपका स्वागत करता हूं।
हाय दोस्तों मेरा नाम प्रीती है | मैं गुडगाँव की रहने वाली हूँ | मैं क्या बताऊ आप लोगों को अपने मुंह से खुद की तारीफ नहीं करती | जो मुझे आज तक कॉम्प्लीमेंट मिले है उन्हें आपको बताती हूँ | जब भी मैं ट्रेन बस में सफ़र करती हूँ या फिर पैदल चलती हूँ | तो सब यही कहते हैं कि भाई क्या माल है, इसको देख के तो मेरा लंड खड़ा हो गया है | इसके दूध तो देखो कितने बड़े हैं और इसकी गांड हाय जान ले लेती है | अब क्या बताऊ दोस्तों इतना कुछ कहते हैं, की कभी कभी मेरा मन भी चुदवाने को हो जाता है | पर कहते हैं न की लडकिया घर की इज्जत होती हैं इस वजह से मैं अपनी फीलिंग्स कण्ट्रोल में रखती हूँ | मैं बहुत गोरी हूँ और मेरा फिगर 36-40-48 है |
अब आप लोग अंदाजा लगा सकते हैं की मैं दिखने में कैसी हूँ और तो और थोड़ी बहुत चंचल और नटखट हूँ | मेरे हुस्न को देख को लोग पागल हो जाते हैं और बहुत से लड़के मेरे पीछे पड़े रहते हैं और हमेशा मुझे देख के कभी अपना लंड मसलते रहते हैं और गन्दी गन्दी बातें करते रेह्ते हैं |
मुझे सेक्स की कहानी पढना बहुत पसदं है और मैं घर में रह कर बस यही कर पाती हूँ | यह बात तकरीबन 3 साल पुरानी है जब मैं सी.एस के फर्स्ट इयर में थी | उस टाइम मैंने अपने दोस्तों के साथ हमारे कॉलेज के पास ही एक रूम ले लिया था | इस कमरे में हम 4 दोस्त रहती थीं, तब हमारे बगल वाले रू में कोई नहीं रहता था वो खाली ही रहता था अक्सर |
एक दिन उसमे एक परिवार रहने आया | उस परिवार में एक अंकल थे और उनकी वाइफ थी और दो छोटे बच्चे थे | अंकल दिखने में बहुत हेंडसम थे एक दम गबरू जवान टाइप के थे दिखने में और उनका बदन ऐसा था जैसे कोई पत्थर शरीर हो | वो दिखने में ऐसे थे की लगता ही नहीं था की वो शादीशुदा ओर दो बच्चो के बाप हो | उन अंकल की उम्र कम से कम 35 के आस पास की थी पर लगते थे जैसे 28 के हो |
मेरी अभी उम्र 17 साल की ही थी | उनके इस कदर कामुक दिखने के बावजूद मैंने उनसे चुदवाने का कभी नहीं सोच सकती थी | मगर मेरी एक दोस्त थी जो उनके शरीर पे पागल सी थी वो रोज उनको पटाने के तरीके ढूँढती रहती थी और प्लान बनती रहती थी |
मैं पढाई में अच्छी थी और मेरे पास लंडों की कमी नहीं थी जैसा की मैं आप लोगों को पहले बता चुकी हूँ | इसलिए मैं हमेशा उन अंकल इको नज़रंदाज़ करती रहती थी | धीरे धीरे हम सब आपस में घुल मिल से गए थे और हमारा खाना वहाँ ही बनने लगा |
एक दिन आंटी को कुछ काम से दिल्ली जाना पड़ा | क्यूंकि अंकल की जॉब थी तो उनकी मजबूरी थी को वो नहीं जा सकते थे और ऑफिस से छुट्टी नहीं मिल रही थी |
आंटी ने मेरी एक फ्रेंड को बोल दिया था की तू चल मेरे साथ क्यूंकि तेरा मन न तो पढाई में लगता है और न ही किसी और काम में…. इससे अच्छा तो तू ही चल मेरे साथ | वो मना नहीं कर पाई | उसका फ़ोन बार बार आ रहा था मेरे पास जब वो लोग बस में थे मेरी बात उससे ज्यादा होती थी इसलिए वो मुझसे हर बात शेयर करती थी | तो वो हर बार अंकल का ही जिक्र करते जा रही थी अब क्या बोलू यार दोस्त है इसलिए सुन रही थी नहीं तो मैं तो पक चुकी थी उस बात से | वो हर बार पूछती थी की अंकल कैसे है ब्ला ब्ला ब्ला ………फिर मैंने आवाज़ ना आने का बहाना बनाते हुए फ़ोन काट दिया | उस रात मुझे ठीक से नींद आ रही थी मैं भी अंकल के बारे में सोचने लगी की मेरी दोस्त क्यों पागल है अंकल के पीछे जबकी अंकल तो मुझे भी पसदं है पर मैंने कभी उनके बारे में ऐसा नहीं सोचा था |
मैंने सोचा जा के देखती हूँ अंकल क्या कर रहे थे मेरी बाकी दोस्त सो गयी थी और मैं चुपके चुपके दरवाज़ा खोल के अंकल के रूम की तरफ गयी उस टाइम लगभग 1 बजे के आस पास बज रहे होंगे |
मैं दरवाजे के छेद से छुपके देखा की अंकल के बच्चे बेड पर सो गए हैं और वो एक दम गहरी नींद में थी क्यूंकि अंकल नंगे थे और उनकी गांड मेरी तरफ थी और वो शायद हाथ से कुछ कर रहे थे | मेरा दिल जोर जोर से घबरा रहा था क्यूंकि मैं कोरिडोर में थी और मुझे कोई भी आसानी से देख सकता था पर मैंने भी सोच ही लिया था की अब जो भी है मैं देख के रहूंगी की अंकल क्या कर रहे हैं |
जब अंकल एकदम से मेरे मुड़े तो मैं तो दंग ही रह गयी क्यूंकि अंकल का लंड कुछ नहीं तो 11 इंच लम्बा और 4 इंच तो मोटा होगा ही मेरा दिल बहुत जोर जोर से धड़क रहा था | मै बहुत सेहेम सी गयी थी मैं देखना चाहती थी अंकल अब क्या करेंगे ………और उन्होंने अपने हाथ में थोडा से आयल लेके लंड में लगाया | फिर वो हाथ में लंड लेके उसको हिलाने लगे ….अब मैं भी ये सब देख के जोश में आ चुकी थी और मुझे पता ही नहीं चला की कब मेरे हाथ मेरी बूब्स में चला गए और मैं मदहोश हो के अपने दूध को जोर जोर से मसल रही थी और निप्पल को ऊँगली से दबा रही थी…अचानक से मुझे दरवाजे के खुलने की आवाज़ आई तो मेरा सर अंकल के दरवाजे से टकरा गया |
अंकल भी घबरा गए और मैं उस रात भर बस अंकल के लंड को ही याद कर रही थी और बाथरूम में जा कर अपनी चूत का पानी निकाल रही थी | फिर मैं रूम में आ कर सो गयी मुझे नहीं पता था की मेरी एक फ्रेंड नें एसा कुछ भी देखा था उस समय बस अंकल का लंड का ही चस्का लगा था |
अब बस मैं भी अंकल को पटाने के तरीके ढूँढने लगी ……फिर मैंने प्लान बनाया की अब मैं अंकल को खुद मुझपे टूटने के लिए चाल चलूंगी |
अब मैं डीप गले के सूट पहनने लगी और अंकल के सामने गांड मटका मटका के चलने लगी | अंकल भी समझ चुके थे की मैं उनसे चुदवान चाहती हूँ | एक दिन अंकल ने ऑफिस से छुट्टी ली हुई थी और मेरा मन भी नहीं हो रहा था की मैं कॉलेज जाऊं सो मैं नहीं गयी | मेरी 2 फ्रेंड्स गयी हुई थी | अंकल ने मुझे अपने रूम में बुलाया और मैं नमस्ते करते हुए उनके रूम में गयी हुई थी …मैं सोचा की क्या बात है अचानक अंकल ने मुझे ऐसे क्यों बुलाया क्यूंकि आज तक ऐसे कभी नहीं बुलाया था की …..फिर अंकल ने मुझसे डायरेक्ट ही पूछ लिया की तुम उस रात मेरे कमरे के बाहर क्या कर रही थी | तो मैं डर गयी और अंकल से डरते हुए कहा की अंकल…. क…. क…. कुछ नहीं अंकल मैं…. मैं…. मैं….. तो बस निकल रही थी | तो अंकल ने तुरंत ही मेरा हाथ पकड़ लिया कि मैं झूट बोल रही हूँ…
मैं घबरा गयी की अब मेरा क्या होगा मैं डर डर के अंकल से बात करने लगी तो अंकल ने मुझसे कहा की देखो डरने की बात नहीं है अगर तुम्हारा मन है मुझसे चुदवाने का तो तुम मुझसे चुदवा सकती हो…..देखो मैं एक शादी शुदा मर्द हूँ और मुझे अपनी लिमिट मालूम है | तो तुम्हारी इज्जत से ज्यादा मुझे अपनी इज्जत प्यारी है मैं डर के वहाँ से भाग गयी पर मेरा मन नहीं मन और उसके 2 घटे बाद मैं अंकल के पास गयी और अंकल को समझते देर न लगी और जेसे ही अंकल ने मुझे देखा उनने मेरा हाथ पकड़ के अपनी तरफ खीचा |
मेरे होठ में अपने होठ रख के किस करने लगे और मैं भी उनका साथ देने लगी | क्यूंकि मैं भी अंकल से चुदवाना चाहती थी हम दोनों गरम माहोल में किस कर रहे थे अंकल साथ में मेरे दूध को भी दबाते जा रहे थे हम एक दूसरे को किस करने में इतने लिप्त थे की याद ही नहीं रहा की हम कहाँ है और मेरे फ्रेंड्स भी आने वाले थे और उनके बच्चे भी स्कूल से आने वाले थे फिर हम 5 मिनट बाद अलग हुए और राते में मिलने का प्लान बनाया की रात में अपने काम को अंजाम देंगे | पर मुझे क्या पता था की मेरी फ्रेंड्स मुझे उस राते पार्टी में ले के जाने वाली हैं | उनलोग ने बच्चो को और अंकल को साथ ले जाने का प्लान बना रखा था मुझे इस बारे में कुछ भी नहीं पता था |
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जब अंकल एकदम से मेरे मुड़े तो मैं तो दंग ही रह गयी क्यूंकि अंकल का लंड कुछ नहीं तो 11 इंच लम्बा और 4 इंच तो मोटा होगा ही मेरा दिल बहुत जोर जोर से धड़क रहा था | मै बहुत सेहेम सी गयी थी मैं देखना चाहती थी अंकल अब क्या करेंगे ………और उन्होंने अपने हाथ में थोडा से आयल लेके लंड में लगाया | फिर वो हाथ में लंड लेके उसको हिलाने लगे ….अब मैं भी ये सब देख के जोश में आ चुकी थी और मुझे पता ही नहीं चला की कब मेरे हाथ मेरी बूब्स में चला गए और मैं मदहोश हो के अपने दूध को जोर जोर से मसल रही थी और निप्पल को ऊँगली से दबा रही थी…अचानक से मुझे दरवाजे के खुलने की आवाज़ आई तो मेरा सर अंकल के दरवाजे से टकरा गया |
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